क्या E20 पेट्रोल से घटेगी आपकी गाड़ी की माइलेज? एक्सपर्ट्स ने बताया सच |

भारत में 20% इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल (E20) को लेकर ऑटो सेक्टर और आम लोगों के बीच लगातार चर्चा हो रही है। सरकार ने इसे बड़े स्तर पर लागू करने का रोडमैप तैयार कर लिया है और कई शहरों में E20 फ्यूल उपलब्ध भी होने लगा है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि –

  • क्या E20 पेट्रोल आपकी गाड़ी की माइलेज को प्रभावित करेगा?
  • क्या पुराने वाहनों के इंजन पर इसका कोई खराब असर होगा?
  • सरकार और ऑटो कंपनियां इस बदलाव को लेकर क्या कह रही हैं?

इस आर्टिकल में हम इन सभी सवालों का जवाब देंगे और आपको समझाएंगे कि E20 का आपकी गाड़ी पर असली असर कितना होगा।

E20

E20 पेट्रोल क्या है?

सबसे पहले समझते हैं कि E20 आखिर है क्या।

  • E20 का मतलब है – 20% इथेनॉल और 80% पेट्रोल का मिश्रण।
  • इथेनॉल एक बायो-फ्यूल है, जिसे गन्ना, मक्का और दूसरे कृषि उत्पादों से बनाया जाता है।
  • सरकार ने इसे शुरू करने का फैसला दो कारणों से लिया है:
    1. आयातित कच्चे तेल पर निर्भरता कम करना।
    2. वाहनों के प्रदूषण को घटाना।

E20 का सीधा फायदा किसानों को भी मिलेगा क्योंकि इथेनॉल का उत्पादन देश में ही होगा।

E20 से गाड़ी की माइलेज पर असर क्यों पड़ता है?

अब बात करते हैं सबसे अहम मुद्दे की – Mileage.

1. इथेनॉल का कैलोरी मान (Calorific Value) पेट्रोल से कम होता है।

सरल भाषा में कहें तो, इथेनॉल से उतनी ही ऊर्जा पाने के लिए ज्यादा मात्रा जलानी पड़ती है।
इसी कारण E20 के इस्तेमाल से गाड़ी की माइलेज पर थोड़ा असर पड़ सकता है।

2. ऑटो एक्सपर्ट्स के अनुसार:

नए E20-ट्यून किए गए वाहनों में माइलेज केवल 1-2% तक घट सकती है।
वहीं, पुराने वाहनों में यह कमी 3-6% तक हो सकती है।

3. हालांकि, सरकार का कहना है कि यह “मामूली कमी” होगी और ड्राइविंग अनुभव पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।

E20तेल मंत्रालय का पक्ष

तेल मंत्रालय ने साफ कहा है कि माइलेज में भारी गिरावट का दावा गलत है।

  • मंत्रालय के मुताबिक, 2009 से कई वाहन निर्माता E20-कंपैटिबल इंजन बना रहे हैं।
  • इन वाहनों में माइलेज में लगभग कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
  • साथ ही, इथेनॉल की वाष्पीकरण गर्मी (High Latent Heat of Vaporization) इंजन को ठंडा रखती है।
  • इससे हवा-ईंधन मिश्रण (Air-Fuel Mixture) की क्वालिटी बेहतर होती है और वॉल्यूमेट्रिक एफिशिएंसी भी बढ़ती है।

यानी, अगर आपकी गाड़ी E20 के लिए डिज़ाइन या कैलिब्रेटेड है, तो माइलेज का फर्क मुश्किल से 1-2% ही होगा।

पुराने वाहनों पर असर

यहां एक और सवाल आता है – क्या पुराने वाहनों को E20 नुकसान पहुंचा सकता है?

1.गैसकेट और रबर पार्ट्स:
इथेनॉल की केमिकल प्रॉपर्टीज अलग होती हैं।
लंबे समय तक E20 इस्तेमाल करने पर पुराने वाहनों के गास्केट, पाइप और रबर होज़ धीरे-धीरे खराब हो सकते हैं।

2.इंजन की परफॉर्मेंस:
बहुत पुराने इंजन E20 के लिए तैयार नहीं होते।
इससे स्टार्टिंग प्रॉब्लम, फ्यूल सिस्टम में लीकेज या नॉक्सिंग जैसी दिक्कतें आ सकती हैं।

3.समाधान:
अगर आपका वाहन 2009 के बाद का है, तो संभावना है कि वह पहले से ही E20-सपोर्टेड होगा।
फिर भी, कंपनी की मैनुअल गाइडलाइन जरूर देखें।

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ऑटोमोबाइल कंपनियों का रुख

  • मारुति सुजुकी और हुंडई ने इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
  • टाटा मोटर्स ने साफ कहा है कि उनके अधिकांश वाहन पहले से ही E20-कंपैटिबल हैं।
  • कई टू-व्हीलर निर्माता भी धीरे-धीरे E20-सपोर्टेड इंजन पेश कर रहे हैं।

इसका मतलब है कि आने वाले सालों में सभी कंपनियां अपने वाहनों को E20-रेडी बनाने पर जोर देंगी।

E20E20 का ड्राइविंग एक्सपीरियंस
माइलेज के अलावा, ड्राइविंग अनुभव पर भी असर पड़ेगा।

1.बेहतर एक्सेलरेशन:
E20 के कारण इंजन का टेम्परेचर कंट्रोल बेहतर होता है।
शहर में ड्राइविंग के दौरान यह गाड़ियों को स्मूथ और रेस्पॉन्सिव एक्सेलरेशन देता है।

2.लो एमिशन:
E20 के इस्तेमाल से कार्बन मोनोऑक्साइड और हाइड्रोकार्बन उत्सर्जन कम होता है।
यानी यह पर्यावरण के लिए भी बेहतर है।

सरकार का इथेनॉल मिश्रण कार्यक्रम

भारत सरकार ने 2030 तक 20% इथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य रखा था। लेकिन अब इसे 2025 तक ही पूरा करने की कोशिश की जा रही है।

इस कार्यक्रम के फायदे:

  • कच्चे तेल के आयात में कमी: भारत हर साल अरबों डॉलर का कच्चा तेल आयात करता है।
  • पर्यावरण को फायदा: ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन कम होगा।
  • किसानों की आय बढ़ेगी: गन्ना, मक्का और दूसरे फसलों से इथेनॉल बनेगा।

E20 पर अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

1. क्या E20 से मेरी कार की माइलेज घट जाएगी?
Ans- हां, लेकिन बहुत ज्यादा नहीं। अगर गाड़ी E20-कंपैटिबल है तो 1-2% ही।

2. पुराने वाहनों पर क्या असर होगा?
Ans- बहुत पुराने वाहनों में 3-6% माइलेज कम हो सकती है और रबर पार्ट्स को नुकसान हो सकता है।

3. क्या टू-व्हीलर में E20 सुरक्षित है?
Ans-  हां, लेकिन कंपनी की गाइडलाइन जरूर देखें। नए मॉडल में दिक्कत नहीं होगी।

4. क्या E20 से पिकअप या इंजन पावर कम हो जाएगी?
Ans- नहीं, बल्कि सही ट्यूनिंग वाले इंजन में पिकअप और एक्सेलरेशन बेहतर हो सकता है।

5. E20 कहां उपलब्ध है?
Ans- फिलहाल कुछ राज्यों में, लेकिन 2025 तक पूरे देश में उपलब्ध हो जाएगा।

निष्कर्ष

E20 पेट्रोल भारत के लिए भविष्य का ईंधन है।

  • अगर आपकी गाड़ी नई है और E20-सपोर्टेड है तो माइलेज पर असर बहुत मामूली होगा।
  • पुराने वाहनों में थोड़ी कमी जरूर आ सकती है, लेकिन यह कोई बड़ी समस्या नहीं है।
  • सरकार और ऑटो कंपनियां मिलकर इस बदलाव को स्मूथ बनाने पर काम कर रही हैं।

कुल मिलाकर, E20 से न सिर्फ पर्यावरण को फायदा होगा बल्कि देश की अर्थव्यवस्था और किसानों को भी मजबूती मिलेगी।

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